विषय:-आंखों से अश्कों का
आंखों से अश्कों का बहना खूब रहा है।
अरमानों को दिल में दबाना खूब रहा है।।
अपना अक्सर मिलना मिलाना खूब रहा है।
तेरे मेरे प्यार का अफसाना खूब रहा है ।।
जिंदगी में मुश्किलों का आना खूब रहा है।
मिलकर हर मुश्किल सुलझाना खूब रहा है।।
नजर ही नजर में नजर मिलाना खूब रहा है।
नजर से नजर में बातें समझाना खूब रहा है।।
बंदगी को तेरी हमारा दर पे आना खूब रहा है।
मुश्किलों में खुदी का एहसास खूब रहा है।।