तेरी आंखों में समंदर दिखाई देता है।
ये हसीन चेहरा उदास दिखाई देता है।।
झुकी हुई सी निगाहें बयां करती है।
गमों का दरिया बहता दिखाई देता है।।
हमारे इश्क पे फिर से सवाल उठा होगा।
यह खामोशी का असर दिखाई देता है।।
हर मुश्किल से निकलना कहां आसां है।
यहां मुश्किलों का पहाड़ दिखाई देता है।।
हैं अगर उस पे यकीं तो फिक्र क्यों है।
उसपे सवाल का जवाब दिखाई देता है।।
जिंदगी भर कदम पर इम्तिहान लेती है।
वो हौसलों से हारा हुआ दिखाई देता है।।