भजन Ramesh Sharma July 24, 2018 Date 0 Comments उम्मीदें तैरती रहीं आंखों की झील में,दिल में उदासी लिए बैठी सुकुमारी हैं!राधा संग सखियन के कालिंदी तीर पर,देखती है राह मदनमोहन की प्यारी हैं!!मुरली की धुन ऐसी छेड़ी बनवारी ने,सुधबुध तन की सब भूली राधारानी है!प्रेम को प्रसंग संग राधाके मुरारी ने,छेड़ बन छलिया के दिल में प्रिय रानी हैं!! Choose your Reaction!
भजन राम नाम राम से बड़ा राम का नाम मूरख यह पार लगाएगा।राम नाम का… by Ramesh Sharma - April 23, 2023 0 0
भजन ओ रे लांगुरिया मैया की कृपा ते सब है रह्यो ओ रे लांगुरिया मैया की कृपा ते सब है रह्यो! घर में वाकी ज्योत जले, लोग लुगाई वाकी पूजा करें! by Ramesh Sharma - July 24, 2018 26 0